देहरादून, नैनीताल और थराली आज का मौसम 29 अगस्त 2025: उत्तराखंड के 4 जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश, स्कूल-बच्चों से लेकर बाजार तक प्रभावित
उत्तराखंड का मौसम हमेशा से ही अपनी अनिश्चितता और प्राकृतिक घटनाओं के लिए जाना जाता है। 29 अगस्त 2025 का दिन राज्य के कई जिलों के लिए चिंताजनक साबित हो रहा है। मौसम विभाग ने देहरादून, नैनीताल, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं, रुद्रप्रयाग, चमोली, टिहरी और पौड़ी जैसे जिलों में भी भारी वर्षा और आकाशीय बिजली गिरने का खतरा जताया गया है। इस बीच, थराली क्षेत्र में लगातार भूस्खलन हो रहा है, जिससे लोगों के बीच दहशत का माहौल है। पिछले सप्ताह हुए बादल फटने की घटना ने इस संकट को और गहरा दिया है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है। यह स्थिति राज्य के प्राकृतिक आपदाओं के प्रति असुरक्षित हालात को उजागर करती है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि किस तरह मौसम की मार ने उत्तराखंड के इन जिलों को प्रभावित किया है और प्रशासन ने किन तैयारियों को अपनाया है।
देहरादून का मौसम: बारिश और धूप का खेल
देहरादून में 29 अगस्त की सुबह हल्की बारिश के साथ हुई। इसके बाद पूरे दिन कभी धूप तो कभी घने बादलों ने मौसम को अस्थिर बनाए रखा। दोपहर के समय अचानक तेज बारिश ने लोगों को हैरान कर दिया। स्कूलों की छुट्टी के समय हुई भारी वर्षा के चलते बच्चे और अभिभावक काफी परेशान हो गए। इसके साथ ही नदियां और नाले उफान पर आ गए, जिससे आवागमन में दिक्कतें उत्पन्न हुईं।
नैनीताल, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में अलर्ट
नैनीताल, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में भारी से भारी बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के अनुसार इन इलाकों में पहाड़ी ढलानों पर भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है। खासकर पिथौरागढ़ के सीमावर्ती इलाकों में लगातार हो रही बारिश ने ग्रामीण इलाकों की स्थिति को गंभीर बना दिया है।
थराली में लगातार भूस्खलन से दहशत
थराली इस समय सबसे अधिक प्रभावित इलाकों में से एक है। यहां लगातार हो रहे भूस्खलन ने लोगों की नींद हराम कर दी है। गुरुवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के पीछे की सड़क टूटने से भारी मलबा अस्पताल में घुस गया। मरीज, डॉक्टर और स्टाफ किसी तरह अपनी जान बचाने में कामयाब रहे। हालांकि इस हादसे में जानमाल का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन खतरा अभी भी टला नहीं है।
बादल फटने के बाद बिगड़े हालात
लगभग एक सप्ताह पहले थराली क्षेत्र में बादल फटने की घटना ने हालात और भी खराब कर दिए। इस दौरान रानी बगड़ थराली, डूंगरी मोटर मार्ग और बाजार क्षेत्र में 30 से अधिक मकान, दुकानें और वाहन मलबे की चपेट में आ गए थे। लोगों को अपनी जान बचाने के लिए भागना पड़ा था। उस घटना के बाद से लगातार भूस्खलन हो रहे हैं, जिसने लोगों के जीवन को असुरक्षित बना दिया है।
प्रशासनिक चुनौतियाँ और राहत कार्य
प्रशासन इस आपदा से निपटने की पूरी कोशिश कर रहा है, लेकिन लगातार बारिश और भूस्खलन के कारण राहत कार्यों में दिक्कतें आ रही हैं। प्रभावित क्षेत्रों में बिजली और संचार सेवाओं पर भी असर पड़ा है। मलबा साफ करने और सड़कें खोलने का कार्य जारी है, लेकिन पहाड़ियों पर लटके बड़े-बड़े बोल्डर कभी भी हादसे का कारण बन सकते हैं।
जनजीवन पर असर
भारी बारिश और भूस्खलन से प्रभावित जिलों में जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। लोगों के घरों में मलबा भरा हुआ है, कई वाहन मलबे में दबे पड़े हैं और सड़क मार्ग बाधित हो चुके हैं। ऐसे हालात में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शरण लेनी पड़ रही है।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने साफ किया है कि आने वाले कुछ दिनों तक बारिश का यह दौर जारी रह सकता है। लोगों को सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी गई है। प्रशासन ने भी लोगों से अपील की है कि वे नदी-नालों के पास न जाएं और मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए अलर्ट का पालन करें।
निष्कर्ष
उत्तराखंड इस समय प्राकृतिक आपदा की मार झेल रहा है। देहरादून, नैनीताल, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में भारी बारिश ने हालात को चिंताजनक बना दिया है, वहीं थराली में लगातार भूस्खलन लोगों के लिए भय का कारण बना हुआ है। प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में जुटा हुआ है, लेकिन चुनौती बड़ी है। यह स्थिति एक बार फिर हमें याद दिलाती है कि पहाड़ी राज्यों में आपदा प्रबंधन को और अधिक मजबूत करने की आवश्यकता है।
FAQs
प्रश्न 1: 29 अगस्त 2025 को उत्तराखंड में किन जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है?
उत्तर: देहरादून, नैनीताल, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
प्रश्न 2: थराली में सबसे बड़ी समस्या क्या है?
उत्तर: थराली में लगातार भूस्खलन हो रहा है और अस्पताल तक मलबा घुस जाने जैसी घटनाएं सामने आई हैं।
प्रश्न 3: बादल फटने से कितने घर प्रभावित हुए थे?
उत्तर: थराली क्षेत्र में बादल फटने से 30 से अधिक मकान, दुकानें और वाहन प्रभावित हुए थे।
प्रश्न 4: मौसम विभाग ने लोगों को क्या सलाह दी है?
उत्तर: मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने, अनावश्यक यात्रा से बचने और नदी-नालों से दूर रहने की सलाह दी है।
प्रश्न 5: प्रशासनिक स्तर पर क्या कदम उठाए जा रहे हैं?
उत्तर: प्रशासन सड़कें खोलने, मलबा हटाने और प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का कार्य कर रहा है।