3 सितम्बर 2025 Uttarakhand Weather Update: चमोली, अल्मोड़ा, रुद्रपुर, हल्द्वानी, मसूरी और श्रीनगर में आज का मौसम – अगले 48 घंटे तक भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी ⚠️
उत्तराखंड इन दिनों लगातार हो रही बारिश से जूझ रहा है। पहाड़ों से गिरते पत्थर, जगह-जगह हुए भूस्खलन और उफान पर बहती गंगा नदी ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। सड़कें बाधित हो गई हैं, स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं और प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की अपील की है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिससे खतरा और बढ़ गया है। देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, पौड़ी, टिहरी और ऊधमसिंह नगर समेत कई जिलों में मूसलाधार बारिश की संभावना जताई गई है। उत्तराखंड का जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित है और हालात दिन-ब-दिन बिगड़ते जा रहे हैं। ऐसे में यह जानना बेहद ज़रूरी है कि मौसम विभाग की चेतावनी क्या कहती है और किस तरह से लोग खुद को सुरक्षित रख सकते हैं। इस लेख में हम उत्तराखंड के मौसम की ताज़ा स्थिति, प्रशासनिक कदम और प्रभावित क्षेत्रों का विस्तृत विवरण साझा करेंगे।
🌧️ उत्तराखंड में लगातार बारिश से बिगड़े हालात
पिछले कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश ने उत्तराखंड के अधिकांश जिलों में भारी तबाही मचाई है। पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की घटनाओं से सड़कों पर आवाजाही ठप हो गई है। कई ग्रामीण क्षेत्रों का संपर्क टूटा हुआ है, जिससे लोगों को दैनिक जीवन की जरूरी सुविधाओं तक पहुंचने में कठिनाई हो रही है।
🚨 मौसम विभाग का अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने उत्तराखंड में अगले 48 घंटे के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, टिहरी और पौड़ी जैसे जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका जताई गई है। वहीं रुद्रपुर, हल्द्वानी, कोटद्वार, मसूरी, खटीमा, श्रीनगर, चकराता और रुड़की जैसे क्षेत्रों में भी प्रशासन को अलर्ट रहने को कहा गया है।
🏞️ चमोली में बंद सड़कें और शिक्षा संस्थान
चमोली जिले में बारिश ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई है। यहां ग्रामीण क्षेत्रों की कई सड़कें भूस्खलन से बाधित हो गई हैं। हालात को देखते हुए प्रशासन ने सभी स्कूल और कॉलेज बंद करने का आदेश जारी किया है ताकि बच्चों और अभिभावकों को किसी खतरे का सामना न करना पड़े।
🌊 ऋषिकेश में गंगा नदी का उफान
ऋषिकेश में गंगा नदी खतरे के निशान के करीब बह रही है। देर रात से हो रही हल्की से मध्यम बारिश ने नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा दिया है। प्रशासन ने नदी किनारे बसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है।
🪨 अल्मोड़ा में पत्थर गिरने से हादसा
अल्मोड़ा जिले में भिकियासैंण-बासोट रोड पर पहाड़ी से पत्थर गिरने की वजह से एक बड़ा हादसा हुआ। इस घटना में पिपलगांव निवासी फकीर सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। उनके सिर और पैर में चोट आई है और उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है।
⚠️ प्रशासन की अपील
प्रशासन लगातार लोगों से अपील कर रहा है कि वे बिना आवश्यकता के यात्रा न करें और नदी किनारे या भूस्खलन प्रभावित इलाकों से दूर रहें। बचाव दल को अलर्ट मोड पर रखा गया है और आपदा प्रबंधन टीम हर समय तैयार है।
🌐 निष्कर्ष
उत्तराखंड इस समय प्राकृतिक आपदा के गंभीर दौर से गुजर रहा है। भारी बारिश, गंगा का उफान और पहाड़ों से गिरते पत्थरों ने स्थिति को बेहद खतरनाक बना दिया है। आने वाले 48 घंटे राज्य के लिए और भी चुनौतीपूर्ण साबित हो सकते हैं। ऐसे में लोगों के लिए सतर्क रहना और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करना ही सबसे सुरक्षित उपाय है।
❓ FAQs
Q1. उत्तराखंड में किस-किस जिले में भारी बारिश का अलर्ट है?
देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, पौड़ी, टिहरी और ऊधमसिंह नगर समेत कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
Q2. ऋषिकेश में गंगा नदी की क्या स्थिति है?
गंगा नदी उफान पर है और प्रशासन ने किनारे बसे लोगों को सतर्क रहने की अपील की है।
Q3. चमोली जिले में क्या हालात हैं?
चमोली में कई सड़कें बाधित हैं और सभी स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं।
Q4. अल्मोड़ा में क्या हादसा हुआ?
भिकियासैंण-बासोट रोड पर पहाड़ी से पत्थर गिरने से एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया।
Q5. प्रशासन ने लोगों को क्या सलाह दी है?
लोगों से सतर्क रहने, अनावश्यक यात्रा न करने और नदी किनारे से दूर रहने की अपील की गई है।