उत्तराखंड में आज का मौसम 12 अप्रैल 2025: देहरादून, पिथौरागढ़ और नैनीताल में ऑरेंज अलर्ट जारी, जानिए कहां-कहां होगी भारी बारिश और बर्फबारी
उत्तराखंड का मौसम एक बार फिर करवट ले चुका है। 🌧️ बीते तीन दिनों से राज्य में लगातार बारिश और ओलावृष्टि हो रही है, जिससे न केवल जनजीवन प्रभावित हुआ है बल्कि किसानों को भी भारी नुकसान झेलना पड़ा है। 12 अप्रैल 2025 को मौसम विभाग ने कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट ⚠️ जारी किया है।
इन जिलों में ओलावृष्टि और बारिश का अलर्ट 🌩️
राज्य के पर्वतीय जिलों उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी, बागेश्वर, अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ में आज ओलावृष्टि की संभावना जताई गई है। साथ ही तेज हवा चलने और आकाशीय बिजली गिरने की आशंका भी बनी हुई है।
🔸 तेज हवाएं: 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की चेतावनी।
🔸 बिजली गिरने का खतरा ⚡: देहरादून, पौड़ी, नैनीताल और चंपावत में आकाशीय बिजली गिरने और तेज अंधड़ की आशंका है।
खड़ी फसलों को भारी नुकसान 🌾
तेज बारिश और ओलावृष्टि के चलते कई जगहों पर किसानों की फसलें तबाह हो गई हैं। विशेषकर बागेश्वर जिले के कपकोट क्षेत्र में बिजली गिरने से 27 बकरियों की मौत भी हो गई। इससे किसानों और पशुपालकों को दोहरा नुकसान हुआ है।

भूस्खलन से मार्ग अवरुद्ध 🛣️
लगातार हो रही बारिश के कारण पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन की घटनाएं बढ़ गई हैं, जिससे कई सड़कों पर आवागमन बाधित हो गया है। इससे आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
हिमपात से लौटी ठंड ❄️
उत्तराखंड की ऊंची पर्वत चोटियों नंदा देवी, नंदा कोट, पंचाचुली, राज रंभा, नागिनीधुरा आदि पर ताजा हिमपात हुआ है, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। इससे राज्य में एक बार फिर ठंड लौट आई है।
मैदानी क्षेत्रों को भी मिली गर्मी से राहत 🌬️
उत्तराखंड के मैदानी जिलों जैसे देहरादून, हरिद्वार, ऊधम सिंह नगर में भी तापमान में 2 से 4 डिग्री की गिरावट आई है। इससे लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिली है।
मौसम विज्ञान केंद्र की चेतावनी ⚠️
मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि आज पर्वतीय क्षेत्रों में तेज हवा, बारिश और ओलावृष्टि की संभावना है। हालांकि, 13 अप्रैल से मौसम के साफ होने की उम्मीद जताई गई है।
मुख्य बिंदु 🔍
- 🌨️ तीन दिनों से जारी है बारिश और ओलावृष्टि
- ⚡ बिजली गिरने से बकरियों की मौत
- 🌾 फसलों को भारी नुकसान
- 🛣️ भूस्खलन से सड़कों पर असर
- ❄️ हिमपात से गिरा तापमान
- 🌪️ अंधड़ और तेज हवाओं का खतरा बरकरार
देहरादून और टिहरी में बदला मौसम
देहरादून में देर शाम कुछ देर के लिए तेज बारिश दर्ज की गई, जबकि नई टिहरी में बारिश के बाद लोगों को ठिठुरन का एहसास हुआ। सुबह और शाम के समय शीतलहर चल रही है जिससे वातावरण में ठंडक बढ़ गई है।
केदारनाथ और कर्णप्रयाग में तेज बारिश 🌧️
केदारनाथ, गोपेश्वर और कर्णप्रयाग जैसे धार्मिक व पर्यटन स्थलों पर तेज बारिश और हवाएं चल रही हैं। इससे यात्रियों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
❓ अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q1. उत्तराखंड में कब तक रहेगा खराब मौसम?
👉 मौसम विभाग के अनुसार 13 अप्रैल से मौसम साफ हो सकता है।
Q2. ओलावृष्टि से किन क्षेत्रों में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है?
👉 बागेश्वर, चमोली और उत्तरकाशी में सबसे ज्यादा नुकसान देखने को मिला है।
Q3. क्या मैदानी इलाकों में भी बारिश हो रही है?
👉 हां, देहरादून, पौड़ी और नैनीताल जैसे मैदानी क्षेत्रों में भी हल्की से तेज बारिश हो रही है।
Q4. क्या किसानों को कोई सरकारी सहायता मिलेगी?
👉 नुकसान का आकलन करने के बाद प्रशासन द्वारा सहायता की घोषणा की जा सकती है।
Q5. क्या यात्री यात्रा के दौरान सावधानी बरतें?
👉 जी हां, भूस्खलन और तेज हवाओं को देखते हुए पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा करने से पहले मौसम की जानकारी अवश्य लें।
🔚 निष्कर्ष: सतर्क रहें, सुरक्षित रहें 🙏
उत्तराखंड में जारी बारिश और ओलावृष्टि ने मौसम को ठंडा बना दिया है, लेकिन इसके साथ ही लोगों को प्राकृतिक आपदाओं से भी जूझना पड़ रहा है। प्रशासन की ओर से सतर्कता बरतने और मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करने की अपील की गई है। आने वाले दिनों में मौसम के सुधार की संभावना है, लेकिन तब तक लोगों को सावधानी बरतनी होगी।