कल का मौसम 16 मई 2025: मुंबई, चेन्नई, हैदराबाद और गुवाहाटी में तेज बारिश ⚡ या आंधी-लू का प्रकोप? IMD का बड़ा अलर्ट देखें!
भारत में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है। एक ओर पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश की चेतावनी 🌧️ जारी की गई है, वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड जैसे राज्यों में लू का प्रकोप 🥵 देखने को मिल सकता है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अगले कुछ दिनों के लिए विस्तृत पूर्वानुमान जारी किया है जिसमें विभिन्न राज्यों में अलग-अलग मौसम संबंधी स्थितियों की जानकारी दी गई है।
☁️ दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की प्रगति
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 3 से 4 दिनों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने की प्रबल संभावना है। यह मॉनसून निम्नलिखित क्षेत्रों में सक्रिय होगा:
- दक्षिण अरब सागर
- मालदीव और कोमोरिन क्षेत्र
- दक्षिण बंगाल की खाड़ी
- अंडमान और निकोबार द्वीप समूह
- अंडमान सागर
- मध्य बंगाल की खाड़ी
🌊 इससे साफ है कि देश के तटीय और द्वीपीय क्षेत्रों में बारिश की शुरुआत हो चुकी है।
🌧️ पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने 14 से 17 मई के बीच पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। जिन राज्यों में ज्यादा असर देखा जा सकता है, वे हैं:
- सिक्किम, असम, अरुणाचल प्रदेश
- त्रिपुरा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, मेघालय
- उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और पूर्वी बिहार
👉 इन राज्यों में कुछ इलाकों में 115 मिमी से लेकर 204 मिमी तक बारिश हो सकती है। यह आंकड़ा काफी गंभीर है और इससे बाढ़ जैसी स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है। ⛈️

🌀 पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव उत्तर भारत पर
भारत के उत्तर भागों में पश्चिमी विक्षोभ का असर भी देखने को मिल रहा है। इसका प्रभाव मुख्य रूप से इन क्षेत्रों में रहेगा:
- 15 मई को उत्तर पश्चिम भारत और पूर्वी राजस्थान में
- 16 से 19 मई के बीच उत्तराखंड में
⚡ इस दौरान 30 से 50 किमी/घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी, साथ ही बिजली चमकने और हल्की से मध्यम बारिश की भी संभावना है।
🌪️ पश्चिमी भारत में तेज हवाएं और बारिश
15-16 मई के दौरान पश्चिम भारत में मौसम का मिजाज बदलने वाला है। मुख्य रूप से ये इलाके प्रभावित होंगे:
- गुजरात
- कोंकण और गोवा
- मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा
⛈️ इन क्षेत्रों में 30 से 50 किमी/घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। खासतौर पर मराठवाड़ा और मध्य महाराष्ट्र में 15 मई को 70 किमी/घंटे की तूफानी हवाएं चल सकती हैं। ⚠️
🌩️ दक्षिण भारत में तूफानी बारिश और बिजली गिरने की संभावना
दक्षिणी प्रायद्वीप में 14 से 17 मई के बीच मौसम अस्थिर रहने की चेतावनी दी गई है। जिन क्षेत्रों में असर दिखेगा:
- तटीय आंध्र प्रदेश और यनम
- रायलसीमा, तेलंगाना
- आंतरिक कर्नाटक
- तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल
- केरल
🌧️ इस दौरान हल्की से मध्यम बारिश, तूफानी हवाएं (30 से 50 किमी/घंटे) और बिजली गिरने की संभावना है। तेलंगाना में 14 और 15 मई को हवाओं की रफ्तार 70 किमी/घंटे तक जा सकती है।
🔥 उत्तर भारत में लू का कहर
जहां एक ओर कई राज्यों में बारिश का असर है, वहीं उत्तर और मध्य भारत के कई हिस्सों में गर्मी चरम सीमा पर पहुंच रही है।
लू चलने के आसार हैं:
- पूर्वी उत्तर प्रदेश
- पश्चिम बंगाल के गंगा मैदानी क्षेत्र
- झारखंड
- राजस्थान और दिल्ली के आसपास के इलाके
🥵 इन राज्यों में लोगों को दिन के समय घर से बाहर निकलने से परहेज करने की सलाह दी गई है।
🌡️ तापमान में वृद्धि की संभावना
मौसम विभाग का कहना है कि अगले तीन दिनों में उत्तर-पश्चिम भारत में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक तापमान बढ़ सकता है। इसका मतलब यह है कि लू की तीव्रता और बढ़ सकती है।
📢 क्या करें और क्या न करें: सतर्कता उपाय
☑️ क्या करें:
- पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं 💧
- बाहर जाते समय सिर ढंक कर निकलें 🧢
- बुजुर्गों और बच्चों को धूप से बचाएं 👶👴
- भारी बारिश वाले क्षेत्रों में घर के आसपास पानी का निकास सुनिश्चित करें
❌ क्या न करें:
- दोपहर के समय धूप में बाहर न निकलें 🌞
- मौसम की अनदेखी न करें, चेतावनी पर ध्यान दें 📢
- बिजली कड़कने के समय खुले मैदान या पेड़ों के नीचे खड़े न रहें ⚡
❓FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
Q1: क्या पूर्वोत्तर में बाढ़ आने की संभावना है?
उत्तर: हां, कुछ इलाकों में भारी बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति बन सकती है।
Q2: क्या उत्तर भारत में गर्मी और बढ़ेगी?
उत्तर: जी हां, मौसम विभाग ने तापमान में 2 से 4 डिग्री तक बढ़ोत्तरी का अनुमान लगाया है।
Q3: दक्षिण भारत में कितनी तेज हवाएं चल सकती हैं?
उत्तर: कुछ इलाकों में हवाओं की गति 70 किमी/घंटे तक हो सकती है।
Q4: किन राज्यों में लू का सबसे ज्यादा असर होगा?
उत्तर: पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल और राजस्थान में लू की तीव्रता अधिक हो सकती है।
Q5: क्या मॉनसून समय से पहले आ सकता है?
उत्तर: हां, कुछ क्षेत्रों में मॉनसून की शुरुआती गतिविधियां पहले ही शुरू हो चुकी हैं।
📝 निष्कर्ष
भारत में मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है। एक ओर जहां कुछ राज्यों में बारिश राहत बनकर आ रही है, वहीं दूसरी ओर लू और बढ़ते तापमान से लोगों की परेशानी बढ़ रही है। ऐसे में सभी नागरिकों से अपील है कि वे मौसम विभाग द्वारा जारी की गई चेतावनियों और दिशानिर्देशों का पालन करें ताकि स्वयं और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकें।