पूर्णिया-किशनगंज में 13 जून 2025 से पहले हो सकती है मानसून की एंट्री – जानें बिहार का पूरा मौसम अपडेट और अलर्ट 🚨☁️
बिहार में इस बार मानसून सामान्य समय से पहले आने वाला है 🌦️। मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार, इस वर्ष केरल में मानसून की एंट्री 27 मई तक हो सकती है, जो कि सामान्य से चार दिन पहले है। ऐसे में बिहार में 13 से 15 जून के बीच मानसून की संभावना जताई गई है।
नीचे जानिए इस समयपूर्व मानसून की मुख्य वजहें, प्री-मानसून की गतिविधियां 🌪️, और क्या कहती है मौसम विभाग की चेतावनी।
☔ बिहार में मानसून की संभावित तारीखें
- 🗓️ केरल में मानसून की शुरुआत: 27 मई 2025 (सामान्य से 4 दिन पहले)
- 🗓️ बिहार में मानसून की एंट्री: 13 से 15 जून 2025
- 🌍 दक्षिण-पूर्व बिहार (पूर्णिया और किशनगंज) से होगी एंट्री
पिछले साल (2024) बिहार में मानसून 20 जून को पहुंचा था, लेकिन इस बार इसके पहले पहुंचने की संभावना है, जिससे खेती और जल संसाधनों पर सकारात्मक असर पड़ सकता है 🚜💧।

🌧️ प्री-मानसून बारिश के पीछे छिपे मौसमी कारण
इन दिनों बिहार में हो रही तेज बारिश, आंधी और बिजली गिरने की घटनाएं केवल संयोग नहीं हैं। इसके पीछे कई वैज्ञानिक कारण हैं:
🌪️ 1. चक्रवाती परिसंचरण (Cyclonic Circulation)
उत्तर और पूर्वी बिहार के ऊपर एक सक्रिय चक्रवाती सिस्टम बना हुआ है, जो बंगाल की खाड़ी से आने वाली नम हवाओं को आकर्षित कर रहा है। इसका परिणाम है – तेज बारिश और तेज हवाएं।
🌬️ 2. पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव
हालांकि इसका असर सीमित है, फिर भी यह स्थानीय मौसम को अस्थिर कर रहा है। इसके कारण गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो रही है ⛈️।
🌫️ 3. बंगाल की खाड़ी से पूर्वी हवाओं का असर
ये हवाएं नमी लेकर आ रही हैं, जिससे बादल बनने और बारिश की संभावना बढ़ रही है। यह स्थिति कुछ दिनों तक बनी रह सकती है।
🌡️ 4. स्थानीय मौसमी अस्थिरता
- मई महीने में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है।
- नमी का स्तर 60% से अधिक होने पर स्थानीय बादल और ठनका बनने की स्थिति बनती है ⚡।
🧭 2024 की बारिश का लेखा-जोखा
पिछले वर्ष राज्य में औसतन 20% कम बारिश हुई थी।
- ✅ सामान्य वर्षा: 992.2 मिमी
- ❌ 2024 में वास्तविक वर्षा: 798.3 मिमी
इस कमी ने कृषि, जल संरक्षण और भूजल स्तर पर प्रतिकूल असर डाला था। इस बार समय से पहले मानसून राहत का संदेश लेकर आ सकता है 🚿🌾।
🚨 मौसम विभाग की चेतावनी और सुरक्षा निर्देश
मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के लिए खासतौर पर उत्तर और पूर्वी बिहार के जिलों में अलर्ट जारी किया है।
❗ सावधानियां:
- ⛔ खराब मौसम में घर से बाहर न निकलें
- ⚡ बिजली के खंभों और पेड़ों से दूर रहें
- 🌊 तालाबों और जलाशयों से दूरी बनाए रखें
- 🏢 प्रशासन और आपदा प्रबंधन एजेंसियों को अलर्ट मोड में रहने का निर्देश
📌 मानसून का समय से पहले आना क्यों है महत्वपूर्ण?
- ✅ कृषि की तैयारी में मदद: किसान समय रहते खेत तैयार कर सकेंगे 🚜
- ✅ जल संरक्षण: भूजल स्तर बढ़ाने में मदद
- ✅ तापमान में राहत: अप्रैल-मई की तपती गर्मी से राहत
- ✅ रोग नियंत्रण: अधिक बारिश से जलजनित बीमारियों की रोकथाम
📋 FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
Q1. क्या बिहार में मानसून 2025 में समय से पहले आएगा?
👉 हां, मौसम विभाग के अनुसार इस बार 13 से 15 जून के बीच बिहार में मानसून की एंट्री हो सकती है।
Q2. प्री-मानसून बारिश की मुख्य वजह क्या है?
👉 बंगाल की खाड़ी से आने वाली नम हवाएं, चक्रवाती परिसंचरण और पश्चिमी विक्षोभ इसके प्रमुख कारण हैं।
Q3. 2024 में बिहार में कितनी बारिश हुई थी?
👉 केवल 798.3 मिमी, जो कि सामान्य से 20% कम थी।
Q4. क्या मानसून का पहले आना किसानों के लिए फायदेमंद है?
👉 बिल्कुल, इससे बुआई की प्रक्रिया समय पर शुरू हो सकेगी और जलस्तर में वृद्धि होगी।
Q5. क्या अगले कुछ दिनों में मौसम खराब रहेगा?
👉 हां, मौसम विभाग ने 48 घंटे का अलर्ट जारी किया है, विशेषकर उत्तर और पूर्वी जिलों के लिए।
🏁 निष्कर्ष
बिहार में मानसून 2025 समय से पहले दस्तक देने को तैयार है 🌧️। यह खबर किसानों, पर्यावरण प्रेमियों और आम जनता के लिए राहत लेकर आई है। हालांकि, बदलते मौसम के इस दौर में सावधानी और तैयारी दोनों जरूरी हैं। आइए इस मानसून का स्वागत करें लेकिन पूरी सतर्कता के साथ! 🙏