11 अप्रैल को बिहार के मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, और पश्चिम चंपारण में आज का मौसम बनेगा जानलेवा, तेज आंधी और बिजली गिरने का अलर्ट जारी🌩️
बिहार में मौसम ने एक बार फिर से खतरनाक करवट ली है। तेज़ आंधी, मूसलाधार बारिश और वज्रपात ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। गुरुवार को राज्य भर में मौसम का प्रचंड रूप देखने को मिला, जिससे अब तक 25 लोगों की जान जा चुकी है। राज्य सरकार ने तुरंत राहत कार्य शुरू कर दिए हैं और प्रभावित परिवारों को सहायता देने का निर्देश भी दिया गया है।
🌦️ भीषण गर्मी के बाद अचानक बदला मौसम का मिजाज
भीषण गर्मी झेल रहे बिहारवासियों को कुछ राहत तो मिली, लेकिन यह राहत जानलेवा बन गई। तेज़ हवाओं (🌬️40-50 किमी/घंटा), भारी बारिश (🌧️) और वज्रपात (⚡) ने कई जिलों में तबाही मचाई है। आज यानी 11 अप्रैल को भी मौसम का यही रुख बना रहने की आशंका है।
🌪️ क्यों बना मौसम इतना भयावह?
मौसम विज्ञान केंद्र, पटना के अनुसार, इस विकराल मौसम के पीछे कई मौसमीय तंत्र ज़िम्मेदार हैं:
- 🌊 बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव क्षेत्र।
- 🌪️ चक्रवाती परिसंचरण जो मध्य क्षोभमंडल स्तर तक फैला है।
- 🌬️ पश्चिमी विक्षोभ जो ऊपरी स्तरों में सक्रिय है।
- 🌁 पूर्वी हवाओं का सक्रिय प्रवाह जिससे नमी में बढ़ोतरी हुई है।
इन सभी कारकों के संयुक्त प्रभाव से बिहार में यह भयावह मौसम उत्पन्न हुआ है।

☁️ आगामी मौसम पूर्वानुमान (12 अप्रैल तक)
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। खासतौर पर बिहार के उत्तर-पूर्वी जिलों में भारी बारिश और वज्रपात की संभावना जताई गई है।
🌀 संभावित प्रभाव वाले जिले:
- बक्सर, कैमूर: तेज़ हवाएं 50-60 किमी/घंटा
- अन्य जिलों में: 30-40 किमी/घंटा की हवाएं
🗺️ 11 अप्रैल को इन जिलों में खतरा ज्यादा ⚠️
👇 नीचे दिए गए जिलों में आज के दिन विशेष सावधानी बरतने की ज़रूरत है:
- किशनगंज
- अररिया
- सुपौल
- मधुबनी
- सीतामढ़ी
- शिवहर
- पूर्णिया
- कटिहार
- पूर्वी चंपारण
- पश्चिम चंपारण
इन जिलों में तेज़ हवा (40-50 किमी/घंटा), वज्रपात और मूसलाधार बारिश की प्रबल संभावना है।
🌧️ अति भारी बारिश की चेतावनी इन जिलों के लिए
विशेष रूप से निम्नलिखित जिलों में अत्यधिक भारी वर्षा का अनुमान लगाया गया है:
- पूर्वी चंपारण
- पश्चिम चंपारण
- मधुबनी
- सीतामढ़ी
- शिवहर
🌡️ प्रमुख शहरों का तापमान और वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI)
जिला | अधिकतम तापमान 🌡️ | न्यूनतम तापमान 🌡️ | AQI (वायु गुणवत्ता) |
---|---|---|---|
पटना | 32.2°C | 24.2°C | 117 |
मुजफ्फरपुर | 28.7°C | 21.6°C | 74 |
गया | 35.8°C | 22.6°C | 114 |
पूर्णिया | 25.8°C | 21.3°C | 76 |
भागलपुर | 27.6°C | 23.7°C | 67 |
प. चंपारण | 28.4°C | 21.6°C | 93 |
डेहरी | 35.6°C | 24.4°C | 171 |
📉 तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है, खासकर दिन के तापमान में।
⚡ वज्रपात से हुई मौतें – एक दर्दनाक आंकड़ा
गुरुवार को विभिन्न जिलों में वज्रपात और तेज़ हवाओं से 25 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है:
- नालंदा: 18 मौतें (आंधी-पानी से)
- सीवान: 2 मौतें (वज्रपात)
- कटिहार: 1 मौत
- दरभंगा: 1 मौत
- बेगूसराय: 1 मौत
- भागलपुर: 1 मौत
- जहानाबाद: 1 मौत
🆘 मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी मृतकों के परिजनों को ₹4 लाख की सहायता राशि देने का आदेश दिया है।
🛑 सावधानी बरतें – खुद को रखें सुरक्षित
🛡️ सुरक्षित रहने के लिए अपनाएं ये उपाय:
- ⛺ घर के अंदर रहें, बाहर न निकलें जब तक जरूरी न हो।
- ⚠️ खुले स्थानों में मोबाइल, छाता, छड़ी आदि का प्रयोग न करें।
- 🛜 मौसम विभाग के अपडेट्स पर ध्यान दें।
- 📵 पेड़ के नीचे खड़े होने से बचें।
📢 सरकारी अलर्ट और स्कूलों की छुट्टी
विभिन्न जिलों में जिला प्रशासन ने स्कूलों को अस्थाई रूप से बंद रखने के आदेश जारी किए हैं। किसानों को सलाह दी गई है कि वह खेतों में काम स्थगित करें और मवेशियों को सुरक्षित स्थान पर रखें।
🔚 निष्कर्ष: प्रकृति से जंग नहीं, समझदारी जरूरी है
बिहार में वर्तमान मौसम हालात न केवल खतरनाक हैं, बल्कि जनजीवन के लिए घातक भी। प्रशासन की ओर से हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन नागरिकों को भी जागरूक और सतर्क रहने की ज़रूरत है।
👉 मौसम की मार को केवल सतर्कता और सावधानी से ही कम किया जा सकता है। ज़रूरी नहीं कि हर बारिश सुकून लाए, कभी-कभी यह तबाही भी बन जाती है।
❓FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q1. बिहार में बारिश कब तक जारी रहेगी?
👉 मौसम विभाग के अनुसार 12 अप्रैल तक भारी बारिश और वज्रपात की आशंका है।
Q2. कौन-कौन से जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हैं?
👉 पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, मधुबनी, सीतामढ़ी, शिवहर आदि जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।
Q3. क्या स्कूलों में छुट्टी घोषित हुई है?
👉 हां, कुछ जिलों में जिला प्रशासन द्वारा स्कूल बंद रखने के निर्देश जारी किए गए हैं।
Q4. सरकार ने मृतकों के लिए क्या राहत दी है?
👉 मृतकों के परिजनों को ₹4 लाख की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
Q5. क्या खेतों में काम करना सुरक्षित है?
👉 फिलहाल मौसम शांत होने तक खेतों में काम करने से बचें।