देहरादून, उत्तराखंड मौसम समाचार: भारी बारिश और बज्रपात का येलो अलर्ट: जानिए कौन-कौन से जिलों में बढ़ेगा खतरा और कैसे करें बचाव
मौसम विभाग (IMD) ने 11 और 12 जनवरी को उत्तराखंड के सात जिलों में घनघोर गर्जना और बज्रपात का येलो अलर्ट जारी किया है। साथ ही पूरे राज्य में झमाझम बारिश होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है। विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और आकाशीय बिजली के दौरान आवश्यक सावधानियां बरतने की अपील की है।
उत्तराखंड में येलो अलर्ट का असर
उत्तराखंड में पिछले दो दिनों से मौसम शुष्क बना हुआ है। पहाड़ी क्षेत्रों में दिन के समय धूप खिलने से ठंड में थोड़ी कमी देखने को मिली है, लेकिन सुबह और रात के समय कड़ाके की ठंड बरकरार है। पहाड़ी इलाकों में सुबह पाला गिरने से तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है, वहीं मैदानी क्षेत्रों में कोहरा लोगों की दिक्कतें बढ़ा रहा है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि 11 और 12 जनवरी को राज्य में भारी बारिश की संभावना है। इन दो दिनों के दौरान राज्य के सात जिलों में आकाशीय बिजली गिरने का खतरा भी मंडरा रहा है।
इन जिलों में येलो अलर्ट जारी
मौसम विभाग ने टिहरी, देहरादून, पौड़ी, चंपावत, नैनीताल, ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार जिलों में कहीं-कहीं भारी गर्जना और बज्रपात का येलो अलर्ट जारी किया है। इन क्षेत्रों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने और आकाशीय बिजली से बचने के लिए विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
सावधानियां जो आप अपनाएं
- सुरक्षित स्थानों पर शरण लें: आकाशीय बिजली कड़कने के दौरान खुले मैदानों या पेड़ों के नीचे खड़ा होने से बचें।
- बिजली के उपकरणों से दूरी बनाएं: घर के अंदर भी बिजली संचालित उपकरणों को छूने से बचें।
- यात्रा को टालें: यदि संभव हो, खराब मौसम के दौरान अनावश्यक यात्रा से बचें।
- स्थानीय प्रशासन की सलाह मानें: मौसम विभाग और प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें।
बारिश से राहत और चुनौतियां
बारिश जहां पहाड़ी इलाकों में जल संकट से राहत दे सकती है, वहीं मैदानी इलाकों में फसलों और दैनिक जीवन पर इसका प्रभाव पड़ सकता है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यह बारिश ठंड बढ़ाने के साथ ही जलभराव जैसी समस्याएं भी उत्पन्न कर सकती है।
आज का पूर्वानुमान
आज सभी जिलों में मौसम शुष्क रहने की संभावना है, लेकिन अगले दो दिनों के लिए येलो अलर्ट के मद्देनजर पूरी तैयारी रखने की जरूरत है।
निष्कर्ष:
उत्तराखंड के लोगों के लिए आने वाले दो दिन चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं। सतर्कता और सावधानी बरतना इस समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। मौसम विभाग की चेतावनी को गंभीरता से लेते हुए आवश्यक कदम उठाएं।