पश्चिमी विक्षोभ का असर: हिमाचल-उत्तराखंड में भारी बर्फबारी, राजस्थान और दिल्ली में शीतलहर का खतरा
मौसम विभाग का ताजा अपडेट: भारत के कई हिस्सों में ठंड एक बार फिर अपना असर दिखा सकती है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत उत्तर भारत के 9 राज्यों में बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई गई है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने इस संबंध में अलर्ट जारी किया है।
दिल्ली का मौसम: ठंड से राहत, पर संभावित बारिश
सोमवार को दिल्ली में गुनगुनी धूप ने ठंड से राहत दी। न्यूनतम तापमान 11.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3.8 डिग्री अधिक था। हालांकि, हल्के कोहरे ने सुबह के वक्त अपना असर दिखाया। IMD के अनुसार, आने वाले दिनों में मौसम बदल सकता है।
- दिल्ली में आज का अनुमान: अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा।
- आने वाले दिनों में असर: अगले तीन-चार दिनों में उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों, जैसे उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में बारिश और बर्फबारी हो सकती है।
हिमाचल प्रदेश: बर्फबारी का दौर शुरू
हिमाचल प्रदेश में न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन से छह डिग्री अधिक रहा, जिससे ठंड का असर थोड़ा कम हुआ। लेकिन मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में ऊंचे पहाड़ी इलाकों में हल्की से मध्यम बर्फबारी का अनुमान जताया है।
- विशेष पूर्वानुमान:
- सोमवार और मंगलवार को ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बर्फबारी।
- बुधवार और गुरुवार को मध्यम बर्फबारी।
- निचले इलाकों में शीतलहर का असर: शुक्रवार तक ठंडी हवाएं चल सकती हैं।
राजस्थान: कोहरा और सर्द हवाओं का असर
राजस्थान में सोमवार को घना कोहरा छाया रहा। न्यूनतम तापमान कई जगहों पर 10 डिग्री से कम दर्ज किया गया।
- तापमान का हाल:
- पाली: 6.8 डिग्री सेल्सियस
- जैसलमेर और गंगानगर: 8.9 डिग्री सेल्सियस
- जयपुर: 14 डिग्री सेल्सियस
- बारिश का अनुमान: 22 जनवरी को जयपुर, भरतपुर और बीकानेर संभाग में बारिश हो सकती है।
उत्तर भारत में बारिश और बर्फबारी का संभावित क्षेत्र
मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के कारण जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में सोमवार से गुरुवार तक बारिश और बर्फबारी हो सकती है।
- राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR):
- बुधवार और गुरुवार को बारिश की संभावना।
- हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ में भी हल्की बारिश के आसार।
- अन्य राज्य:
- पश्चिमी उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है।
पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव
मौसम में बदलाव की मुख्य वजह पश्चिमी विक्षोभ है। यह विक्षोभ फिलहाल पश्चिमी राजस्थान और पाकिस्तान के ऊपर सक्रिय है।
- क्या है पश्चिमी विक्षोभ?
- यह एक सायक्लोनिक सर्कुलेशन है, जो समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर ऊपर बना हुआ है।
- इसके प्रभाव से उत्तर-पश्चिम भारत में जेट स्ट्रीम बनने की संभावना है।
- भौगोलिक स्थिति:
- अफगानिस्तान-पाकिस्तान की सीमा पर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ हवाओं को प्रभावित कर रहा है।
- इससे राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में ठंड और बारिश का असर बढ़ सकता है।
क्या करें?
मौसम विभाग की सलाह है कि ठंड और बारिश के लिए तैयारी करें। खासकर पहाड़ी इलाकों में यात्रा से पहले मौसम की जानकारी लें। कोहरे और बारिश के कारण सड़कें फिसलन भरी हो सकती हैं, इसलिए सतर्क रहें।
निष्कर्ष
आने वाले दिनों में ठंड बढ़ सकती है और बारिश-बर्फबारी का दौर शुरू हो सकता है। दिल्ली से लेकर हिमाचल और राजस्थान तक मौसम के बदलाव का असर देखने को मिलेगा। IMD के अलर्ट को ध्यान में रखते हुए अपनी दिनचर्या को सुरक्षित और सुविधाजनक बनाएं।