बिहार में कड़ाके की ठंड: पछुआ हवाओं और पश्चिमी विक्षोभ से बढ़ी मुश्किलें, जानें कब मिलेगी राहत
बिहार में ठंड अपने चरम पर है और मौसम विभाग ने राज्य के कई जिलों में कड़ाके की ठंड का अलर्ट जारी किया है। पटना स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक एसके पटेल ने बताया कि अगले दो दिनों के दौरान राज्य के न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट हो सकती है। इस दौरान दिनभर पछुआ हवा चलने से कोल्ड डे जैसी स्थिति बन सकती है।
पछुआ हवाओं का असर और ठंड का प्रभाव
पश्चिमी विक्षोभ के चलते बिहार के मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। जैसे ही पश्चिमी विक्षोभ भारत के पश्चिमी हिस्सों में सक्रिय होता है, पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी होती है। इसके बाद जब यह विक्षोभ पूर्व की ओर बढ़ता है, तो वहां से सर्द उत्तर-पश्चिमी हवाएं बिहार में प्रवेश करती हैं। इन बर्फीली पछुआ हवाओं के कारण राज्य में ठंड का प्रभाव और बढ़ जाता है।

कोहरे और ठंड का डबल अटैक
19 और 20 जनवरी को बिहार के अधिकांश जिलों में सुबह के समय हल्के से मध्यम स्तर का कोहरा छाए रहने की संभावना है। सुबह के समय धीमी गति से चलने वाली हवा कोहरा बनाए रखती है, लेकिन जैसे ही हवा तेज होती है, कोहरा छंटने लगता है। इसके बावजूद सर्द पछुआ हवाएं पूरे दिन ठंडक बनाए रखती हैं, जिससे धूप के बावजूद ठिठुरन का एहसास होता है।
दिन में धूप, रात में बढ़ी ठंडक
19 जनवरी को सुबह के समय अधिकांश जिलों में कोहरा छाया रहा, लेकिन दोपहर में धूप खिलने से थोड़ी राहत मिली। हालांकि, सर्द पछुआ हवाओं ने धूप का असर कम कर दिया, और शाम होते ही कनकनी में बढ़ोतरी हो गई। रात के समय तापमान में गिरावट के चलते ठंड ने अपना असर और बढ़ा दिया।
बिहार को कब मिलेगी ठंड से राहत?
पिछले साल 2024 में भी ठंड ने फरवरी के अंत तक लोगों को परेशान किया था। इस साल भी ठंड का प्रकोप जारी रहने की संभावना है। वैज्ञानिकों के अनुसार, फरवरी के मध्य तक ठंड से राहत मिलने की उम्मीद है। हालांकि, फिलहाल ठंड से राहत की कोई पुख्ता जानकारी नहीं है। तेज पछुआ हवाओं के कारण कड़ाके की ठंड का दौर अभी कुछ और दिनों तक जारी रह सकता है।
सावधान रहें और ठंड से बचाव करें
मौसम विभाग की सलाह है कि ठंड के इस मौसम में विशेष सावधानी बरतें। गर्म कपड़े पहनें और ठंडी हवा से बचने के लिए घर के अंदर रहने की कोशिश करें। सुबह और रात के समय बाहर निकलने से पहले खुद को पूरी तरह से ढक लें।
निष्कर्ष
बिहार में ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। पछुआ हवाओं और पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण राज्य के अधिकांश जिलों में कड़ाके की ठंड का अनुभव हो रहा है। धूप के बावजूद कनकनी और रात के तापमान में गिरावट ने ठंड को और खतरनाक बना दिया है। मौसम के इस बदलते मिजाज के बीच, सतर्कता और बचाव ही सबसे सही उपाय है।