जयपुर से जोधपुर तक मौसम पलटा — नया वेस्टर्न डिस्टर्बेंस बना खतरा, नवंबर में होगी ठंड और बारिश की डबल मार!
राजस्थान का मौसम एक बार फिर करवट लेने जा रहा है। नवंबर की शुरुआत के साथ ही प्रदेश में नया वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (Western Disturbance) सक्रिय हो गया है, जो जयपुर, जोधपुर, अजमेर, भरतपुर, कोटा और उदयपुर समेत कई जिलों में बारिश की संभावना बढ़ा रहा है। पिछले कुछ दिनों में अरब सागर से बने डिप्रेशन सिस्टम के कमजोर पड़ने के बाद राज्य में मौसम शुष्क हो गया था, लेकिन अब फिर से बादल उमड़ने लगे हैं। मौसम विभाग ने प्रदेश के 17 जिलों में येलो अलर्ट (Yellow Alert) जारी करते हुए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। पिछले 24 घंटों में तापमान में 7 डिग्री सेल्सियस तक की वृद्धि दर्ज की गई, जबकि हवा में नमी की मात्रा 60% तक पहुंच गई है। आगामी दिनों में फिर से ठंड का असर बढ़ने की संभावना है।
राजस्थान के मौसम में फिर से बदलाव के संकेत
राजस्थान में इस समय मौसम परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। कुछ दिनों की धूप और गर्मी के बाद एक बार फिर बादलों ने दस्तक दे दी है। मौसम विभाग के अनुसार, 3 और 4 नवंबर को राज्य के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। जयपुर, अजमेर, भरतपुर, कोटा, उदयपुर और जोधपुर संभाग के कई जिलों में गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी देखी जा सकती है।
बीकानेर और चूरू जैसे शुष्क जिलों में भी बादल छाने की संभावना जताई गई है। वहीं 5 नवंबर से मौसम फिर साफ हो जाएगा और ठंडी हवाओं के चलते तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी।
अरब सागर के डिप्रेशन सिस्टम का असर खत्म, लेकिन ठंडी हवाओं की शुरुआत
पिछले हफ्ते अरब सागर में बना डिप्रेशन सिस्टम कमजोर पड़ गया था, जिससे राजस्थान के कई इलाकों में हल्की बारिश के बाद मौसम शुष्क हो गया था। रविवार को अधिकांश हिस्सों में धूप खिली रही और तापमान में तेज़ी से बढ़ोतरी दर्ज की गई।
अब जब नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है, तो एक बार फिर से नमी बढ़ेगी और दिन के तापमान में कमी आएगी। विशेषज्ञों का कहना है कि यह मौसमी बदलाव जलवायु परिवर्तन (Climate Change) का संकेत है, जो पिछले कुछ वर्षों में राजस्थान के मौसम को अप्रत्याशित बना रहा है।
राजस्थान के प्रमुख शहरों का अधिकतम तापमान (3 नवंबर 2025)
| शहर | अधिकतम तापमान (°C) |
|---|---|
| जयपुर | 31.1 |
| जोधपुर | 34.5 |
| बीकानेर | 35.2 |
| अजमेर | 31.8 |
| उदयपुर | 31.4 |
| कोटा | 31.1 |
| अलवर | 31.5 |
| चित्तौड़गढ़ | 31.4 |
| जैसलमेर | 36.1 |
| बाड़मेर | 35.5 |
| सीकर | 30.0 |
| चूरू | 34.1 |
| श्री गंगानगर | 34.4 |
राजस्थान के प्रमुख शहरों का न्यूनतम तापमान (3 नवंबर 2025)
| शहर | न्यूनतम तापमान (°C) |
|---|---|
| जयपुर | 19.7 |
| जोधपुर | 16.2 |
| बीकानेर | 18.5 |
| अजमेर | 14.7 |
| उदयपुर | 14.5 |
| कोटा | 21.6 |
| सीकर | 14.0 |
| नागौर | 12.5 |
| जैसलमेर | 19.7 |
| बाड़मेर | 19.8 |
| चित्तौड़गढ़ | 20.0 |
| अलवर | 17.2 |
| चूरू | 15.4 |
| झुंझुनूं | 15.6 |
पिछले 15 वर्षों में पांचवीं बार मानसून ने तोड़ा रिकॉर्ड
राजस्थान में इस साल का मानसून ऐतिहासिक रहा है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, 2025 में अब तक 715.2 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो औसतन 435.6 मिमी के मुकाबले 64% अधिक है।
1917 में 844.2 मिमी बारिश दर्ज की गई थी, जो अब तक की सबसे अधिक रही। इस साल का मानसून उस रिकॉर्ड के करीब पहुंच गया।
पिछले 15 वर्षों में यह पांचवीं बार है जब मानसून ने रिकॉर्ड तोड़ा है —
वर्ष 2011, 2019, 2022, 2024 और अब 2025।
खास बात यह है कि 117 वर्षों में पहली बार लगातार दो साल (2024 और 2025) औसत से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है।
यह स्थिति स्पष्ट रूप से बताती है कि राजस्थान का मौसम अब पहले जैसा नहीं रहा, और यह जलवायु परिवर्तन का प्रत्यक्ष प्रमाण है।
मौसम विभाग का अलर्ट और पूर्वानुमान
राजस्थान मौसम विभाग (IMD Jaipur) के अनुसार,
- 3 और 4 नवंबर को जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, अजमेर, भरतपुर और कोटा संभाग में बिजली कड़कने और हल्की बारिश की संभावना है।
- बीकानेर संभाग में आंशिक बादल रह सकते हैं।
- 5 नवंबर से पूरे प्रदेश में मौसम साफ रहेगा।
- उत्तरी हवाओं के प्रभाव से न्यूनतम तापमान 2 से 4°C तक गिर सकता है।
इससे सर्दी का असर बढ़ेगा और सुबह-शाम की ठिठुरन महसूस की जाएगी।
राजस्थान के 17 जिलों में जारी हुआ येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने जिन 17 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है, उनमें प्रमुख जिले हैं —
जयपुर, अजमेर, जोधपुर, कोटा, उदयपुर, भरतपुर, बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर, नागौर, सीकर, चूरू, अलवर, झुंझुनूं, सिरोही, जालौर और करौली।
इन जिलों में गरज के साथ बारिश और तेज हवाओं की संभावना जताई गई है। किसानों को सलाह दी गई है कि फसलों की कटाई और भंडारण कार्य कुछ दिनों के लिए टाल दें।
राजस्थान में ठंड की दस्तक जल्द
जैसे ही पश्चिमी विक्षोभ कमजोर होगा, ठंडी हवाएं उत्तर दिशा से चलनी शुरू हो जाएंगी। इससे नवंबर के दूसरे सप्ताह से मिनिमम तापमान में तेजी से गिरावट होगी।
मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि 10 नवंबर के बाद शीतलहर जैसी स्थिति भी बन सकती है, खासकर शेखावाटी और मरुधर क्षेत्रों में।
राजस्थान के मौसम का जलवायु परिवर्तन से संबंध
राजस्थान जैसे रेगिस्तानी राज्य में अब जलवायु परिवर्तन का असर स्पष्ट दिखाई दे रहा है। जहां पहले नवंबर तक शुष्क मौसम रहता था, वहीं अब पश्चिमी विक्षोभ के कारण सर्दी से पहले बारिश आम होती जा रही है।
मौसम विशेषज्ञ मानते हैं कि इस बदलाव के पीछे बढ़ता तापमान, जंगलों की कटाई और वायु प्रदूषण भी एक प्रमुख कारण है।
निष्कर्ष (Conclusion)
राजस्थान के मौसम में बार-बार हो रहे बदलाव अब सामान्य नहीं रहे। नया वेस्टर्न डिस्टर्बेंस सक्रिय होने से जयपुर से जोधपुर तक बारिश के आसार हैं। 17 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है और तापमान में गिरावट से ठंड बढ़ेगी। लगातार दो साल तक औसत से अधिक बारिश होना जलवायु परिवर्तन की दिशा में एक बड़ा संकेत है। आने वाले दिनों में मौसम फिर से करवट लेगा, इसलिए लोगों को सतर्क रहना चाहिए और मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करना चाहिए।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
1. क्या राजस्थान में फिर से बारिश होगी?
हाँ, मौसम विभाग के अनुसार 3 और 4 नवंबर को जयपुर, जोधपुर, अजमेर, उदयपुर और कोटा संभाग के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।
2. किन जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है?
जयपुर, अजमेर, जोधपुर, कोटा, उदयपुर, भरतपुर, बाड़मेर, बीकानेर, सीकर, नागौर, चूरू, अलवर, सिरोही, झुंझुनूं, करौली, जालौर और जैसलमेर जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है।
3. क्या तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी?
हाँ, पश्चिमी विक्षोभ के बाद उत्तर दिशा से ठंडी हवाएं चलने लगेंगी, जिससे न्यूनतम तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट संभव है।
4. क्या यह बदलाव जलवायु परिवर्तन का संकेत है?
बिलकुल, राजस्थान में लगातार दो वर्षों तक औसत से अधिक बारिश और बार-बार मौसम बदलाव जलवायु परिवर्तन का ही परिणाम है।
5. किसानों को क्या सलाह दी गई है?
किसानों को सलाह दी गई है कि वे फिलहाल फसलों की कटाई और भंडारण न करें, क्योंकि गरज-चमक और बारिश से फसलों को नुकसान हो सकता है।





