अगले 72 घंटे झारखंड में खतरनाक! भारी बारिश, आंधी और बिजली गिरने की चेतावनी जारी
झारखंड के कोयलांचल क्षेत्र में इस सप्ताह भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने 20 फरवरी से 22 फरवरी तक झारखंड के विभिन्न हिस्सों में तेज गर्जना के साथ बारिश का अनुमान जताया है। इसके साथ ही, आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी भी जारी की गई है। ऐसे मौसम में आमजन को सतर्क रहने की सलाह दी गई है, क्योंकि यह उनके स्वास्थ्य पर भी बुरा असर डाल सकता है।
गर्मी और ठंड के बीच झारखंड में बारिश का प्रभाव
इन दिनों झारखंड के कोयलांचल में दिन में गर्मी और रात में ठंड का अहसास हो रहा है। सुबह 9 बजे के बाद तेज धूप से गर्मी महसूस होने लगती है, जबकि रात में तापमान में गिरावट आ रही है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, इस सप्ताह राज्य में भारी बारिश की संभावना है, जिससे तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा।
झारखंड के 6 जिलों में तेज बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार, झारखंड के 6 जिलों में 20 से 22 फरवरी के बीच भारी बारिश हो सकती है। जिन जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है, वे निम्नलिखित हैं:
- बोकारो
- धनबाद
- रामगढ़
- पुरुलिया
- गिरिडीह
- हजारीबाग
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, बारिश के बाद झारखंड में गर्मी का प्रकोप बढ़ सकता है।
ग्रामीण इलाकों में ईंट निर्माण को लेकर चिंता
बारिश की संभावनाओं को देखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में ईंट निर्माण करने वाले लोग चिंतित हैं। ईंट के निर्माण में अधिकतर लोग खुले स्थानों पर निर्माण कार्य करते हैं, जिससे बारिश के दौरान कच्ची ईंटों के भीगने और खराब होने का खतरा रहता है। कई ग्रामीणों ने बारिश से बचाव के लिए पहले से ही इंतजाम करना शुरू कर दिया है।
किसानों के लिए बारिश फायदेमंद साबित हो सकती है
हालांकि, जहां बारिश ईंट निर्माण करने वालों के लिए मुसीबत बन सकती है, वहीं यह गेहूं की फसल के लिए संजीवनी साबित हो सकती है। किसानों का कहना है कि इस समय गेहूं की फसल में दाने बनने की प्रक्रिया शुरू हो रही है। यदि पर्याप्त पानी मिलता है, तो फसल की पैदावार बढ़ सकती है और सिंचाई का खर्च भी कम हो सकता है।
किसान कैलाश महतो, नागेश्वर महतो, रामेश्वर मांझी और भोला महतो के अनुसार, अभी जितना ज्यादा पानी मिलेगा, उतना ही गेहूं की फसल को फायदा होगा। इससे दाने बेहतर विकसित होंगे और फसल की गुणवत्ता में सुधार होगा।
जनवरी-फरवरी में पहली बार बारिश का असर
पिछले कुछ वर्षों में झारखंड में जनवरी और फरवरी के महीनों में बारिश होती रही है, लेकिन इस साल अब तक कोई महत्वपूर्ण बारिश नहीं हुई है। इससे ईंट निर्माण करने वालों को राहत मिली थी, लेकिन किसानों के लिए यह चिंता का विषय बना हुआ था।
किसानों के अनुसार, पिछले तीन वर्षों से बसंत पंचमी के आसपास बारिश होती रही है, लेकिन इस बार मौसम शुष्क बना रहा। अब जबकि बारिश होने वाली है, तो यह किसानों के लिए फायदेमंद हो सकती है।
तापमान में उतार-चढ़ाव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कटघरा के मलेरिया निरीक्षक भानु कुमार ने बताया कि तापमान में अचानक बदलाव से लोगों की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि गर्मी बढ़ने के साथ ही मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ने लगा है, जिससे मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
इसके अलावा, दिन और रात के तापमान में अधिक अंतर से सर्दी-जुकाम, बुखार और सांस संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं। चिकित्सकों ने सलाह दी है कि लोग मौसम परिवर्तन के दौरान सावधानी बरतें और गर्म कपड़े पहनें।
बारिश के बाद तापमान और बढ़ सकता है
केवीके पेटरवार के वैज्ञानिक अनिल कुमार के अनुसार, अगले दो दिनों में बारिश की संभावना है, जिसके बाद तापमान में वृद्धि हो सकती है। उन्होंने बताया कि बारिश के बाद वातावरण में नमी बढ़ेगी, जिससे उमस और गर्मी का असर तेज होगा।
निष्कर्ष
झारखंड में आगामी कुछ दिनों तक मौसम में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। भारी बारिश और आंधी-तूफान से बचाव के लिए लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। किसानों के लिए यह बारिश फायदेमंद हो सकती है, जबकि ईंट निर्माण करने वालों को नुकसान उठाना पड़ सकता है। वहीं, तापमान में उतार-चढ़ाव से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी बढ़ सकती हैं। ऐसे में आमजन को सावधानी बरतनी चाहिए और मौसम विभाग की चेतावनियों को गंभीरता से लेना चाहिए।