उत्तराखंड के चमोली, नैनीताल और चंपावत में कल का मौसम 15 अप्रैल 2025: भारी बारिश और ओलावृष्टि का येलो अलर्ट, जानिए कब गिरेगी बिजली ⚡
उत्तराखंड में एक बार फिर मौसम करवट बदलने को तैयार है। प्रदेश के पर्वतीय जिलों में तेज़ बारिश 🌧️, ओलावृष्टि और आकाशीय बिजली ⚡ का अलर्ट मौसम विभाग ने जारी किया है। चमोली, नैनीताल, चंपावत, पिथौरागढ़ और उत्तरकाशी जिलों के लिए येलो अलर्ट ⚠️ घोषित किया गया है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
🌦️ उत्तराखंड में फिर बदला मौसम का मिजाज
बीते कुछ दिनों में बारिश और ओलावृष्टि ने प्रदेश में ठंड 🌬️ को दोबारा लौटा दिया था। हालांकि, शनिवार से मौसम साफ ☀️ हो गया था और चटख धूप ने लोगों को गर्माहट का अहसास कराया। लेकिन अब एक बार फिर से बादल छाने और बारिश की संभावना बन रही है।
📍 किन जिलों में हो सकती है बारिश?
मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि 15 अप्रैल 2025 को निम्न जिलों में मौसम बिगड़ सकता है:
- चमोली
- पिथौरागढ़
- नैनीताल
- उत्तरकाशी
- चंपावत
इन क्षेत्रों में गर्जन, बिजली चमकने ⚡ और हल्की से मध्यम बारिश 🌧️ की आशंका जताई गई है। ओलावृष्टि भी देखने को मिल सकती है।

☀️ देहरादून में चढ़ा तापमान
देहरादून में सोमवार को तेज धूप ☀️ खिली रही, जिससे अधिकतम तापमान 32.4 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 17.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री अधिक था। दोपहर बाद हल्के बादल 🌥️ छाए लेकिन गर्मी में कोई खास राहत नहीं मिली।
🌩️ 18 अप्रैल तक मौसम रहेगा अस्थिर
मौसम विभाग के निदेशक डॉ. विक्रम सिंह के अनुसार:
“15 से 18 अप्रैल तक हरिद्वार को छोड़कर राज्य के सभी जनपदों में मौसम अस्थिर रह सकता है। कहीं-कहीं बारिश 🌦️, ओलावृष्टि और घने बादल छाए रहने की संभावना है।”
इस दौरान तापमान सामान्य के आसपास बना रहेगा।
🦟 डेंगू का बढ़ता ख़तरा, देहरादून में मिले 15 केस
गर्मी बढ़ते ही डेंगू वायरस 🦟 ने देहरादून में दस्तक दे दी है। 1 अप्रैल से 13 अप्रैल के बीच जिले के विभिन्न अस्पतालों में 15 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य विभाग इस अचानक बढ़े मामलों से सतर्क हो गया है।
⚠️ क्यों है डेंगू का बढ़ना चिंता का विषय?
- अप्रैल के महीने में ही डेंगू के मामले सामने आना बेहद चिंताजनक है।
- आमतौर पर यह बीमारी बरसात के बाद फैलती है, लेकिन इस बार जलवायु परिवर्तन 🌡️ इसका कारण माना जा रहा है।
- विभाग द्वारा अभी तक सक्रिय रोकथाम अभियान नहीं चलाया गया, जिससे लोग पहले ही संक्रमित हो रहे हैं।
✅ क्या रखें सावधानियाँ?
🔹 मौसम बिगड़ने पर घर से बाहर न निकलें।
🔹 बिजली कड़कने के समय खुले स्थानों से बचें।
🔹 छाते, रेनकोट साथ रखें।
🔹 डेंगू से बचने के लिए पानी इकट्ठा न होने दें।
🔹 मच्छरदानी और रिपेलेंट का उपयोग करें।
🌤️ अगले कुछ दिन कैसे रहेंगे?
दिनांक | संभावित मौसम 🌦️ | सुझाव 📝 |
---|---|---|
15 अप्रैल | गरज-चमक, बारिश, ओलावृष्टि | सतर्क रहें, यात्रा टालें |
16-18 अप्रैल | बादल, हल्की बारिश | छाता रखें, वाहन सावधानी से चलाएं |
📌 निष्कर्ष
उत्तराखंड में मौसम की अनिश्चितता और डेंगू का प्रकोप लोगों के लिए दोहरी चुनौती बनकर सामने आया है। जहाँ एक ओर पहाड़ों में ओलावृष्टि और बारिश की आशंका है, वहीं दूसरी ओर डेंगू के मामले चिंताजनक स्तर पर पहुंच चुके हैं। ऐसे में जनता को सावधान रहकर प्रशासन के निर्देशों का पालन करना चाहिए।
❓FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q1. क्या उत्तराखंड में 15 अप्रैल को भारी बारिश होगी?
➡️ हां, कुछ जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश और ओलावृष्टि की संभावना है।
Q2. किन जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है?
➡️ चमोली, नैनीताल, चंपावत, उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ में येलो अलर्ट जारी है।
Q3. क्या देहरादून में डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं?
➡️ हां, अब तक 15 मामलों की पुष्टि हो चुकी है।
Q4. येलो अलर्ट का मतलब क्या होता है?
➡️ यह चेतावनी होती है कि मौसम खराब हो सकता है और सतर्क रहने की जरूरत है।
Q5. डेंगू से कैसे बचा जा सकता है?
➡️ मच्छर रोधी उपाय करें, सफाई रखें, पानी जमा न होने दें।