देहरादून-हरिद्वार 29 मई आज का मौसम: उत्तराखंड में तेज़ बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी ⚠️, ये ज़िले रहें सावधान
उत्तराखंड में मौसम ने अचानक रुख बदल लिया है। देहरादून और हरिद्वार सहित कई क्षेत्रों में जहां एक ओर तेज़ बारिश 🌧️ से गर्मी से राहत मिली, वहीं दूसरी ओर पेड़ गिरने और बिजली बाधित होने जैसी समस्याएं भी सामने आईं। मौसम विभाग ने पहाड़ी इलाकों के लिए भारी वर्षा का येलो अलर्ट ⚠️ जारी किया है। आइए जानते हैं आज का ताज़ा मौसम अपडेट 🌦️।
देहरादून और हरिद्वार में तेज़ बारिश से मिली राहत 😊
बुधवार सुबह से ही देहरादून व आसपास के इलाकों में बादल मंडराने ☁️ लगे थे। दोपहर होते-होते तेज़ धूप और बादलों की आंख-मिचौली ने लोगों को खूब परेशान किया, लेकिन कुछ ही देर में झमाझम बारिश ने राहत दे दी।
- देहरादून में लगभग 1.5 घंटे तक तेज़ बारिश हुई ☔
- जौलीग्रांट क्षेत्र में 24 घंटे में 50 मिमी वर्षा, जो पूरे प्रदेश में सबसे अधिक रही
- बारिश के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई और उमस से राहत मिली 🌡️
हरिद्वार में तूफानी बारिश और नुकसान 🌬️
हरिद्वार में बारिश के साथ-साथ तेज़ हवाएं भी चलीं, जिससे कई जगहों पर पेड़ गिर गए 🌳 और बिजली की आपूर्ति बाधित हो गई।
- कुछ दुकानों को पेड़ों के गिरने से भारी नुकसान हुआ
- रायवाला क्षेत्र में पेड़ गिरने से हाई वोल्टेज लाइन टूट गई ⚡
- कई घंटे तक मेरठ लाइन की बिजली आपूर्ति बाधित रही

कुमाऊं क्षेत्र में मध्यम बारिश और बादल ☁️
कुमाऊं के अधिकांश जिलों में, ऊधमसिंहनगर को छोड़कर, हल्की से मध्यम बारिश हुई है।
- नैनीताल, चंपावत, बागेश्वर में हल्की वर्षा दर्ज की गई
- चारधाम यात्रा मार्गों पर भी आंशिक बादल और छिटपुट बारिश हुई
प्री-मानसून बारिश का दौर जारी, अगले कुछ दिन रहेंगे भीगे-भीगे ☔
मौसम विभाग के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि अगले कुछ दिनों तक प्री-मानसून बारिश तेज़ रहेगी और येलो अलर्ट भी जारी किया गया है।
🔔 इन ज़िलों में विशेष सावधानी जरूरी:
- उत्तरकाशी
- रुद्रप्रयाग
- देहरादून
- नैनीताल
इन क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ भारी वर्षा हो सकती है।
येलो अलर्ट: इन जिलों में बिजली गिरने और अंधड़ का खतरा ⚡🌪️
पौड़ी, टिहरी, हरिद्वार, चंपावत और ऊधमसिंहनगर जिलों में आकाशीय बिजली चमकने और तेज़ हवाओं को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है।
चारधाम यात्रा पर जा रहे श्रद्धालु रहें सतर्क 🚶♂️🙏
चारधाम यात्रा मार्गों पर हल्के बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश हो सकती है। ऐसे में यात्रा करने वालों को चाहिए कि वे मौसम की जानकारी लेकर ही आगे बढ़ें।
✅ क्या करें, क्या न करें? – मौसम अलर्ट के समय सावधानियां 🛑
करें ✅
- बारिश में बाहर निकलते समय छाता या रेनकोट साथ रखें ☂️
- बिजली गिरने की संभावना हो तो खुले मैदान में न जाएं
- स्थानीय प्रशासन की चेतावनियों का पालन करें
न करें ❌
- बिजली के खंभों या पेड़ों के नीचे खड़े न हों
- तेज़ बारिश में पर्वतीय सड़कों पर वाहन चलाते समय सावधानी रखें 🚗
📌 मौसम के बदलते मिजाज का असर
उत्तराखंड में मौसम के इस बदलाव ने गर्मी से राहत तो दी है, लेकिन इससे जनजीवन भी प्रभावित हुआ है। बिजली आपूर्ति बाधित होना, यातायात में दिक्कतें आना और संपत्ति को नुकसान जैसी घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं।
📍 जल्द करें तैयारी – मानसून सिर पर है! 🌧️
प्री-मानसून की बारिश ने यह संकेत दे दिया है कि जल्द ही पूरा उत्तराखंड मानसून की चपेट में आने वाला है। लोगों को चाहिए कि वे भूस्खलन, बिजली गिरने, और तेज़ बारिश जैसी संभावनाओं के लिए अभी से तैयार रहें।
❓FAQs – उत्तराखंड के मौसम से जुड़े सामान्य सवाल
Q1. क्या उत्तराखंड में मानसून आ चुका है?
उत्तर: नहीं, लेकिन प्री-मानसून बारिश शुरू हो चुकी है और मानसून आने वाला है।
Q2. क्या चारधाम यात्रा बारिश से प्रभावित हो सकती है?
उत्तर: हां, विशेषकर जब भारी बारिश और बादलों का दौर चल रहा हो।
Q3. येलो अलर्ट का मतलब क्या होता है?
उत्तर: इसका मतलब है कि संभावित खतरे के बारे में चेतावनी दी जा रही है, लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।
Q4. सबसे ज़्यादा बारिश कहां हुई?
उत्तर: जौलीग्रांट क्षेत्र में 50 मिमी वर्षा, जो कि प्रदेश में सबसे अधिक है।
Q5. बिजली आपूर्ति में बाधा क्यों हुई?
उत्तर: पेड़ गिरने से हाई वोल्टेज लाइन टूट गई जिससे बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई।
📝 निष्कर्ष
उत्तराखंड में मौसम ने अचानक करवट ली है और इससे राज्य के कई हिस्सों में जनजीवन प्रभावित हुआ है। जहां एक ओर गर्मी से राहत मिली है, वहीं दूसरी ओर प्राकृतिक नुकसान भी हुआ है। मौसम विभाग की चेतावनी को गंभीरता से लेकर हमें सतर्क रहने की आवश्यकता है।