3 जून 2025 का पटना और बिहार का आज का मौसम: IMD ने जारी किया येलो अलर्ट, जानें किस जिले में होगी तेज बारिश और वज्रपात 🌧️🌪️
बिहार का मौसम इस समय बेहद अस्थिर हो गया है। कहीं झमाझम बारिश हो रही है 🌧️, तो कहीं चिलचिलाती गर्मी और उमस 🌡️ लोगों को बेहाल कर रही है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आज एक बार फिर से चेतावनी जारी की है कि राज्य के 7 जिलों में तेज़ आंधी 🌪️, बारिश 🌧️ और वज्रपात ⚡ की संभावना है। आइए जानते हैं बिहार के मौसम का ताज़ा हाल और अगले कुछ दिनों में क्या रहने वाला है मौसम का मिज़ाज।
🌦️ बदलते मौसम का मिजाज: कभी बारिश, कभी उमस
बिहार में जून की शुरुआत से ही मौसम की चाल गड़बड़ा गई है। जहां कुछ जिलों में बारिश हो रही है, वहीं अन्य इलाकों में उमस भरी गर्मी लोगों को झुलसा रही है। राजधानी पटना समेत अधिकांश भागों में आज का मौसम शुष्क बना रहने की संभावना है। हालांकि, आंशिक बादल ☁️ छाए रहेंगे और उमस का असर बना रहेगा।

⚠️ IMD का येलो अलर्ट: इन 7 जिलों में खतरे की घंटी
मौसम विभाग ने बिहार के सात जिलों – शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज और पूर्णिया में अगले 24 घंटे के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा 🌬️, आंधी 🌪️, बिजली ⚡ और बारिश 🌧️ की संभावना है।
➡️ जिले जहां येलो अलर्ट जारी है:
- शिवहर
- सीतामढ़ी
- मधुबनी
- सुपौल
- अररिया
- किशनगंज
- पूर्णिया
इन जिलों के लोगों को खास सतर्क रहने की जरूरत है, खासकर खुले स्थानों, खेतों और ऊँची जगहों से दूर रहने की सलाह दी गई है।
🌡️ गर्मी का प्रकोप: तापमान में बढ़ोतरी के आसार
जहां एक ओर कुछ इलाकों में बारिश से राहत मिल रही है, वहीं राज्य के तापमान में वृद्धि का सिलसिला जारी है। अगले तीन से चार दिनों में अधिकतम तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी 🌡️ देखी जा सकती है। यह बढ़ती गर्मी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकती है, विशेष रूप से बुजुर्गों और बच्चों के लिए।
📅 6 जून से फिर बदलेगा मौसम का रुख
IMD के मुताबिक, 6 जून 2025 से प्रदेश के मौसम में फिर बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। उम्मीद है कि इसके बाद से बारिश की गतिविधियां और बढ़ेंगी, जिससे उमस से थोड़ी राहत मिल सकती है। हालांकि, इस बदलाव के साथ भी वज्रपात और तेज हवाओं की चेतावनी बनी रहेगी।
🌧️ पिछले 24 घंटे की वर्षा रिपोर्ट
बीते 24 घंटों में बिहार के कई हिस्सों में वर्षा दर्ज की गई है। खासकर मधुबनी जिले के अंधराठाड़ी में सबसे अधिक 60.2 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई 🌧️। इसके अलावा, किशनगंज, अररिया, गया, सीतामढ़ी, सुपौल, कटिहार, भागलपुर और मधुबनी के अन्य क्षेत्रों में भी बारिश हुई है।
➡️ अधिकतम तापमान (सोमवार को):
- पटना: 39.8°C 🌡️
- डेहरी, बक्सर, भोजपुर: 40.2°C 🌡️ (सबसे गर्म जिले)
🔍 बिहारवासियों के लिए ज़रूरी सुझाव और सावधानियां ⚠️
➡️ घर से बाहर निकलते समय मौसम की जानकारी जरूर लें।
➡️ खुले मैदानों और पेड़ों के नीचे खड़े होने से बचें।
➡️ वज्रपात के समय मोबाइल फोन और धातु से बनी चीजों का प्रयोग न करें।
➡️ कृषि कार्य करते समय मौसम की चेतावनी को ध्यान में रखें।
➡️ बिजली गिरने की संभावना होने पर सुरक्षित स्थानों में शरण लें।
🌎 मौसम के इस मिज़ाज का असर पर्यावरण पर
बारिश और आंधी की बार-बार होती घटनाएं न केवल लोगों की दिनचर्या को प्रभावित करती हैं, बल्कि इससे कृषि, यातायात और बिजली आपूर्ति जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर भी असर पड़ता है। फसलों को नुकसान, बिजली गुल, पानी भराव जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं।
📱 IMD की सेवाओं का करें लाभ
IMD की वेबसाइट और मोबाइल ऐप के जरिए आप अपने क्षेत्र का ताज़ा मौसम अपडेट पा सकते हैं। इसके अलावा, ‘मेघदूत ऐप’ और ‘डैमिनी ऐप’ के माध्यम से आप वज्रपात से बचाव की जानकारी समय रहते प्राप्त कर सकते हैं।
❓FAQs – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q1. किन जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है?
उत्तर: शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज और पूर्णिया में येलो अलर्ट जारी किया गया है।
Q2. वज्रपात से बचने के लिए क्या सावधानी बरतनी चाहिए?
उत्तर: खुले स्थानों, पेड़ों के नीचे और ऊंची जगहों पर जाने से बचें। मोबाइल या धातु की वस्तुएं न प्रयोग करें।
Q3. अगले कुछ दिनों में मौसम कैसा रहेगा?
उत्तर: 6 जून के बाद मौसम में बदलाव की संभावना है, बारिश बढ़ेगी लेकिन आंधी और वज्रपात का खतरा बना रहेगा।
Q4. क्या तापमान में और बढ़ोतरी होगी?
उत्तर: हां, अगले 3–4 दिनों में तापमान 2 से 4 डिग्री तक बढ़ सकता है।
Q5. बिहार में अब तक कहां सबसे ज़्यादा बारिश हुई है?
उत्तर: मधुबनी के अंधराठाड़ी में अब तक सबसे ज़्यादा 60.2 मिमी बारिश हुई है।
✅ निष्कर्ष: सतर्क रहें, सुरक्षित रहें
बिहार में इस समय मौसम का मिजाज बहुत अस्थिर है। एक तरफ बारिश से राहत है तो दूसरी तरफ तेज गर्मी और उमस से लोग परेशान हैं। IMD की चेतावनी को हल्के में न लें और आने वाले दिनों में सतर्कता बरतें। बदलते मौसम में सावधानी ही सबसे बड़ी सुरक्षा है। 🌦️